जिनको साथ नहीं देना होता वो अक्सर रूठ जाया करते हैं ए बेवफा चाहुतो कहदू ज़मनेसे दास्तान अपनी, मगर उमे तेरा नाम आएगा इसी लिए चुप हु गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए ……….पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!! तेरे बाद खुद को इतना तनहा पाया …. जैसे लोग हमें दफना के चले गए हो !! बेशक खूबसूरत तो वो आज भी है,लेकिन चेहरे पर वो मुस्कान नहीं,जो हम लाया करते थे…! वफ़ा के नाम पर तुमने सब कुछ लूट लिया, अब दो चार साँसे छोड़कर क्यों एहसान करते हो मुझपर ….. 💔 😢 “वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए, कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए, एक पल में ले गयी मेरे सारे गम खरीद कर… कितनी अमीर होती है ये बोतल शराब की… चलो अब जाने भी दो….क्या करोगे दास्तां सुनकर,,, ख़ामोशी तुम समझोगे नही….और बयां हमसे होगा नही दर्द की भी अपनी एक अदा है.. ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है। मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतना, जो लोग बात नही करते… वो प्यार क्या करेगे! वो उदासी भर लम्हा —- जब उनके पास आपके इलावा सब के लिए टाइम होता है 😢😢 अगर तुम अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं 😢 😢 औकात नही ❌ थी इस दुनिया 🌎 में किसी 👩की जो हमारी कीमत 💰 लगा सके…लेकिन प्यार ❤ में पड गया आखिर और मुफ़्त में खुद बिक गया जग रहे हो किसी के लिए, या किसी के लिए सोये नहीं… दाद देते है तुम्हारे ‘नजर-अंदाज’ करने के हुनर को.!! जिसने भी सिखाया वो उस्ताद कमाल का होगा..!! मुझको धुंड लेता है रोज किसी बहानोंसे दर्द हो गया है वाक़िफ़ मेरे ठीकानोंसे वो जो हमसे नफरत करते हैं, हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं, अजीब तमाशा लगा रखा है लोगों ने …. बेवफाई करो तो रोते है …. और वफ़ा करो तो रुलाते हैं 😒 😒 कभी न कभी वो मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर.. के हासिल होने की उम्मीद भी नही थी, फिर भी वफ़ा करता था !! जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..
दिल तो करता हैं की रूठ जाऊँ कभी बच्चों की तरह फिर सोचता हूँ कि मनाएगा कौन….? मुद्दत बाद जब उसने मेरी खामोश आँखें देखी तो ये कहकर फिर रुला गया कि लगता है अब सम्भल गए हो वो शख्स मेरे हर किस्से कहानी में आया … जो मेरा हिस्सा होकर भी मेरे हिस्से ना आया 😭 💔 😢 अभी ज़रा वक़्त है, उसको मुझे आज़माने दो. वो रो रोकर पुकारेगी मुझे, बस मेरा वक़्त तो आने दो।।। कहाँ पूरी होती है दिल की सारी ख्वाइशें —- कि बारिश भी हो, यार भी हो …. और पास भी हो जिस राह से गुजरने की इज़ाज़त नहीं मुझे, कई बार गुज़रते हैं वहाँ से ख्याल मेरे नए लोग से आज कुछ तो सीखा हे, पहले अपने जैसा बनाते हे फिर अकेला छोड़ देते है… मेरे लिखे लफज़ ही पढ़ पाया वो बस, मुझे भी पढ़ पाए इतनी उसकी तालीम नहीं 😭 💔 😢 सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना.. बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी… आज लगता हैं बेवफा ज़ख़्म भर ते हैं, अभी तो ठीक से उसको जाना भी नहीं किस किस से वफ़ा के वादे कर रखे हैं तूने ??? हर रोज़ एक नया शख्स मुझसे तेरा नाम पूछता है टूट जायेंगी उसकी “ज़िद” की आदत उस वक़्त…जब मिलेगी ख़बर उनको की याद करने वाला अब याद बन गया है… निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह ना लिखने के काबिल छोड़ा ना जलने के मोहब्बत कर रहे थे पर तमाशा बन कर रह गए 😢😢 हम तुम्हें किस्मत की लकीरों से भी चुरा लेते… बस तुमने एक बार मेरे होने का दावा तो किया होता…. इश्क ना होने के सिर्फ दो ही तरीके थे,या दिल ना होता या तुम ना होते… कुछ प्यार भरे लफ्जों की तलाश में….हम रो पडे़ खुद को तसल्ली देते हुए 😭 💔 😢 तुझसे दूर जाने का कोई इरादा ना था पर रुकते भी कैसे…. जब तुम ही हमारे नहीं थे। फिरते रहते हो तुम जमाने की तलाश में, बस हमारे लिये ही तुम्हें वक्त नहीं मिलता! युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे…पता नही था की, ‘किमत चेहरों की होती है’ ! हमें तो कब से पता था कि तुम बेवफा हो बस तुझसे प्यार करते रहे कि शायद तुम्हारी फितरत बदल जाये। उन्होंने हमसे दो चार बाते क्या कर ली। अब वो कहने लगे आप हमे परेशान करने लगे हो।
कौन करता है यहाँ प्यार निभाने के लिये,दिल तो बस एक खिलौना है जमाने के लिये !! तुम्हारे हुसन कि तारीफ़ करने वाले और भी है लकिन हम तारीफ़ नहीं तुम्से प्यार करते थे बस तुम ही समझ न पाई बहुत खूबसूरत वहम था मेरा,कहीं कोई तो होगा जो सिर्फ मेरा होगा 😢💔 😭 रूठेंगे तुमसे तो इस कदर की,तुम्हारी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी… है परेशानियाँ यूँ तो, बहुत सी ज़िंदगी में, तेरी मोहब्बत सा मगर, कोई तंग नहीं करता…. उसे गजब का शौंक है हरियाली का, रोज आकर जख्मों को हरा कर जाती है ख्वाहिश थी उस रिश्ते को बचाने की…और यही वजह थी मेरे हार जाने की…😢 💔 😢 तेरे चले जाने के बाद इतने गम मिले की तेरे जाने का गम भी याद ना रहा 😟💔😢 बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे, इक शहर अब इनका भी होना चाहिए… वजह कुछ और थी, कुछ और ही बताते रहे….अपने थे इसलिये, कुछ ज्यादा ही सताते रहे… अगर – मगर और काश में हूँ, मैं खुद ही अपनी तलाश में हूँ 💔 😒 ऐ इश्क़…तेरा वकील बन के बुरा किया मैनें, यहाँ☝🏻हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा हैं… जख्म खुद बता देंगे कि तीर किसने मारा है, हम कहाँ कहते है कि ये काम तुम्हारा है 😏💔 दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते! गम के आंसू न बहाते तो और क्या करते! उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ! हम खुद को न जलाते तो और क्या करते! मालूम था मुझे वो न मेरी थी, न कभी होगी बस एक शौक था उसके पीछे जिन्दगी बर्बाद करने का 💔💔 वो जा रही थी और मैं खामोश खड़ा देखता रहा, क्योंकि सुना था कि पीछे से आवाज़ नहीं देते..! “मोहब्बत” की तरह “नफरत” का भी साल में एक ही दिन तय कर दो कोई…..ये रोज़-रोज़ की नफरतें अच्छी नहीं लगतीं..!! एक दिन मेरे किनारों में सिमट जाएगी, ठहरे पानी सी खामोश मोहब्बत उसकी !!😟😟 चलो अब जाने भी दो,क्या करोगे दास्तां सुनकर… खामोशी तुम समझोगी नहीं,और बयां हमसे होगी नहीं…!!! दर्द काफी है बेखुदी के लिए, मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए, कौन मरता है किसी के लिए, हम तो ज़िंदा है आपके लिए… मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा। वो अपनी तन्हाई की खातिर फिर आ मिला मुझसे, हम नादान ये समझे हमारी दुआओं में असर है।
अगर ज़िन्दगी प्यारी है तो ज़िन्दगी में कभी भी प्यार मत करना 😔 ऐसा कौन आ गया है 👩 तेरी जिदंगी में, जो 👩 #तुझे मेरी याद आने का 😢 😢 मौका ही नहीं देता 😢💔 जख्म ही देना था तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था, लेकिन कम्बख़त ने जब भी वार किया, दिल पर ही किया 💔 दर्द हैं दिल मैं पर इसका ऐहसास नहीं होता… रोता हैं दिल जब वो पास नहीं होता… बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत मैं… और वो कहते हैं कि इस तरह प्यार नहीं होता… मुझको ढुँढ लेता है रोज किसी बहाने से, दर्द वाकिफ हो गया हैँ मेरे हर ठिकाने से… वो जो “अपना” था “किसी” और का “क्यों” है, ऐसी दुनिया है तो ये “दुनिया” क्यों है…. अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर…. सो जाऊँ तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती हैं….😢 😢